Radhika : Krishna : Rukmini Darshan 6 : Dainik

 ©️®️M.S.Media.
Shakti Project.
कृण्वन्तो विश्वमार्यम. 
In association with.
A & M Media.
Pratham Media.
Times Media.
Presentation.
Cover Page.0.
It's a Trishakti 
R*K Project.

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Editor. 
Shakti Shalini Madhup Renu .
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राधिका कृष्ण रुक्मिणी 
दर्शन : दैनिक : अनुभाग 

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. प्रादुर्भाव वर्ष :१९७६. 
संस्थापना वर्ष : १९९८.महीना : जुलाई. दिवस :४.

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©️®️शक्ति प्रिया डॉ.सुनीता मधुप. 
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 राधिकाकृष्ण : दर्शन : ड्योढ़ी : आज : पृष्ठ : १ / १ .
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राधिकाकृष्ण
वरसाने.वृन्दावन.डेस्क.
. प्रादुर्भाव वर्ष :१९७६. 
संस्थापना वर्ष : १९९८.महीना : जुलाई. दिवस :४.
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हे री मैं तो प्रेम दिवानी, मेरा दरद न जाने कोय
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श्याम तेरी बंशी पुकारे राधा नाम 

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राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम  
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 राधिकाकृष्ण : जीवन : दर्शन : आज : पृष्ठ : १ / १ .
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राधिकाकृष्ण
वरसाने.वृन्दावन.डेस्क.
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©️®️शक्ति प्रिया डॉ.सुनीता मधुप.
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आ बता दे कि तुझे कैसे जिया जाता है ?

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माया की छाया
सन्दर्भ : विचार : फोटो : शक्ति. नैना. मसूरी
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सार्थकता जीवन की
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आप जिस विषय वस्तु पर ध्यान केंद्रित करते हैं वह सक्रिय हो जाती है....
अतः नकारात्मक दुख से हटकर सकारात्मक विषयों के बारे में
मनन करें,

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महाशक्ति मीडिया  : श्रीधि क्रिएशन बुटीक : पटना : समर्थित.

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सम्पादकीय 
त्रि शक्ति  जागरण : साँवरे सलोनी गोरी : पद्य संग्रह : आलेख : पृष्ठ :  / ३.
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संपादन 
शक्ति. क्षमा सीमा तनु सर्वाधिकारी. 
रघुनाथ मंदिर. जम्मू डेस्क 
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शक्ति शालिनी 
संयुक्त महाशक्ति सम्पादिका 
लेखिका कवयित्री 
नैनीताल डेस्क. 
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भाविकाएँ. * शालिग्राम की बनी प्रिया तुम : तुलसी.

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आँगन में जो महक रही है, वह पावन सी क्यारी हो। देवों को अति प्रिय हो तुम, तुलसी मेरी भी प्यारी हो।। ​सात्विक भाव जगाती हो शक्ति, हर घर की तुम शान हो, कण-कण में घोलती अमृत, तुम वो दिव्य वरदान हो। तुमसे ही घर महक रहा है, पावन जिसकी क्यारी हो, देवों को अति प्रिय हो तुम, तुलसी मेरी भी प्यारी हो।। ​रोग-शोक तुम दूर भगाती, औषधि रूप निराला है, श्रद्धा के इस दीप ने ही तो, घर-आँगन को पाला है। रोगों को जो हर लेती हो, तुम वो सघन फुलवारी हो, देवों को अति प्रिय हो तुम, तुलसी मेरी भी प्यारी हो।। ​शालिग्राम की बनी प्रिया तुम, विष्णु के मन भाती हो, बिना तुम्हारे भोग न लागे, तुम ही मुक्ति दिलाती हो। हरि के मन को मोह लिया है, ऐसी तुम सुकुमारी हो, देवों को अति प्रिय हो तुम, तुलसी मेरी भी प्यारी हो।। ​सुबह-शाम दीप जलाकर, चरणों में जो शीश झुकाए, सुख-समृद्धि और शांति का, वह अनमोल वर है पाए। भक्तों के सौभाग्य की देवी, तुम ही मंगलकारी हो, देवों को अति प्रिय हो तुम, तुलसी मेरी भी प्यारी हो।। ​धरती की तुम दिव्य चेतना, ममतामयी स्वरूप हो, शीतल करती मन के तप को, तुम ही सुखद अनूप हो। सारे जग का कष्ट मिटाती, तुम अनुपम अवतारी हो, देवों को अति प्रिय हो तुम, तुलसी मेरी भी प्यारी हो।।

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सज्जा संपादन : शक्ति प्रिया डॉ सुनीता सीमा

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शक्ति.नेहा.आर्य.अतुल.मुन्नालाल महेश लाल आर्य एंड संस ज्वेलर्स.रांची रोड.बिहार शरीफ.समर्थित.
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सम सामयिकी : समाचार : पृष्ठ : ८ / २
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सपादन शक्ति शक्ति रीता क्षमा प्रीति
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मैं तुलसी तेरे आँगन की 
तुलसी पूजन दिवस : GIF : २५ दिसंबर. 
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Shakti Dr.Rashmi. Arya.Dr.Amardeep.Biharsharif.Nalanda Supporting 
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Day Special : You Said it : Gratitude.English :  Page : 9.
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Editor.
Shakti.Dr.Bhwana Rashmi Farheen.
Nagpur Desk.
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Day Special : Page : 1
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Editor.
Shakti Priya Dr. Anu Sunita. 
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wish you a very Happy Merry Christmas
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We altogether simply stand for only 
Humanity in Diversity with Unity.
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Enjoy the lilting Christmas  tune 
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